पाठ से
कोया आदिवासियों के विद्रोह को स्वतंत्रता संग्राम क्यों कहना चाहिए?
कोया आदिवासी थोड़े और कमजोर थे। जब श्रीराम राजू ने उनमें हिम्मत भरी तो उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह का बिगुल फूंक दिया। आदिवासी ऐसी रणनीति बनाते थे कि अंग्रेज दांतों तले अंगुली दबा लेते थे। आदिवासियों को आता देख अंग्रेज पुलिस स्टेशन छोड़कर भाग जाते थे। अंग्रेजों में आदिवासियों का भय हो गया था। वो समझ गए थे कि आदिवासियों को हिलाना आसान नहीं है। कोय आदिवासी उन शुरूआती लोगों में से एक हैं जिन्होंने अंग्रेजों के द्वारा किये जा रहे जो जुल्म के खिलाफ आजादी की लड़ाई एवं क्रान्ति की शुरुआत की| इस वजह से आदिवायों के विद्रोह को स्वतंत्रता संग्राम कहना बिल्कुल ठीक है।